रेसलिंग और बॉक्सिंग में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने पुरुषों से अधिक ओलिंपिक कोटा जीता है। पैरिस में भारत की चुनौती निखत जरीन, प्रीती पवार, जैस्मिन लंबोरिया और लवलीना बोरगोहेन (51 किलो वर्ग) और निशांत देव (71 किलो वर्ग) से होगी। भारतीय महिला मुक्केबाजों ने हाल ही में वैश्विक स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप (नई दिल्ली) में, तोक्यो गेम्स के बाद, पूर्व ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लवलीना ने गोल्ड मेडल जीता। 2022 के एशियन गेम्स में भी वह सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रही थीं।
निखत से गोल्डन पंच की आस
इस्तांबुल 2022 और नई दिल्ली 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप बॉक्सिंग में निखत ने दो गोल्ड मेडल जीते थे। 2022 के एशियन गेम्स में उसने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2022 कॉमनवेल्थ में उन्होंने भी गोल्डन पंच जीता था। ऐसे में इन दो मुक्केबाजों से सबसे अधिक उम्मीदें हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रीती और जैस्मिन ने भी अपनी-अपनी वेट कैटिगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। निशांत विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट हैं। अमित भी भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने का जिम्मेदार है। 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में उसने गोल्डन पंच जीता था। भारत ने अभी तक तीन ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। विजेंद्र सिंह ने बीजिंग ओलिंपिक बॉक्सिंग में भारत को पहला मेडल दिलाया। फिर लवलीना और मेरीकॉम ने ब्रॉन्ज भी जीता। भारत इस बार अपने बॉक्सर्स से गोल्डन पंच जीतने की उम्मीद करता है।
भारतीय टीम में कौन-कौन हैं?
मेंस: अमित पंघाल (51 किलो), निशांत देव (71 किलो)
वीमेंस: निखत जरीन (50 किलो), प्रीती पवार (54 किलो), जैस्मिन लंबोरिया(57 किलो), लवलीना बोरगोहेन (75 किलो)
Paris Olympic 2024: बॉक्सिंग के बारे में कुछ जरूरी बातें
- प्रतियोगिता: 27 जुलाई से 10 अगस्त तक
- इवेंट: 2 (मेंस+विमिंस)
- प्रतिभागी: 68 देशों के 248 (मेंस 7 भार वर्ग में, विमिंस 6 भार वर्ग में)
- दांव पर मेडल: 52 (13 गोल्ड, 13 सिल्वर, 26 ब्रॉन्ज)
- मुख्य प्रतिद्वंदी देश: अमेरिका, क्यूबा, ब्रिटेन, इटली, हंगरी
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