29 जून को जब विराट कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप जीता और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ नामांकित किया, तो उन्होंने संन्यास लेने का निर्णय लिया।कुछ घंटे बाद रोहित शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए टी20 फॉर्मेट छोड़ने का निर्णय लिया। 30 जून को, रवींद्र जडेजा ने क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में पदार्पण किया।
29 जून को करीब 11 बजे (भारतीय समयानुसार) किंग कोहली ने ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीतने के बाद संन्यास लेने का निर्णय लिया। कोहली ने कहा कि वह अब टी20 में नहीं खेलेंगे क्योंकि वह चाहते हैं कि युवा खेलें।
रोहित ने इसके कुछ घंटे बाद संन्यास लिया। मैच के बाद रोहित ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने संन्यास की घोषणा की। Rohit ने कहा कि मैंने इस फॉर्मेट को इंजॉय किया था, लेकिन अब समय हो गया है। 30 जून को लगभग पांच बजे रवींद्र जडेजा ने भी अपना संन्यास लेने का निर्णय लिया। कुल मिलाकर 17 घंटों में, भारत के तीन महान खिलाड़ियों ने टी20 फॉर्मेट में पदार्पण कर दिया।
जडेजा ने X पर एक पोस्ट में कहा, “मैं टी20 इंटरनेशनल को भरे दिल से अलविदा कहता हूँ।” दृढ़ घोड़े की तरह, मैंने हमेशा अपने देश के लिए सब कुछ दिया है और हर खेल में ऐसा करूँगा। टी20 वर्ल्ड कप जीतना मेरे लिए एक सपना सच हो गया; यह मेरे टी20 इंटरनेशनल करियर का सबसे बड़ा लक्ष्य है। यादों और निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद।
क्या जडेजा, रोहित और कोहली ने सही समय पर संन्यास लिया?
अब सवाल उठता है कि क्या इन तीनों खिलाड़ियों ने टी20 से सही समय पर संन्यास लिया है?रवींद्र जडेजा 35 वर्ष का है, रोहित शर्मा 37 वर्ष का है और विराट कोहली 35 वर्ष का है। यही कारण है कि इस उम्र में इन तीनों खिलाड़ियों को तीनों फॉर्मेट में खेलना थोड़ा कठिन होगा। हालाँकि विराट और जडेजा अभी भी कई युवा खिलाड़ियों से बेहतर हैं। रोहित भी अपनी उम्र के हिसाब से ठीकठाक हैं।
लेकिन वनडे क्रिकेट की दृष्टि से अगले साल, यानी 2025 में, ICC चैम्पियंस ट्रॉफी जनवरी से फरवरी तक पाकिस्तान में होगी। वहीं, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) का फाइनल जून 2025 में लॉर्ड्स में होगा। ऐसे में वनडे और टेस्ट क्रिकेट के दो बड़े टूर्नामेंट बहुत महत्वपूर्ण हैं।
भारत दो बार WTC फाइनल में पहुंचा है, लेकिन पहली बार 2021 में न्यूजीलैंड से और 2022 में ऑस्ट्रेलिया से हार गया। वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने 2013 में भारत की कप्तानी में ICC चैम्पियंस ट्रॉफी भी जीता था।
ऐसे में रोहित, कोहली और जडेजा निश्चित रूप से चाहेंगे कि भारत को इन दोनों टूर्नामेंट में भी जीत दिलाया जाए, ताकि उनकी कमी को पूरा किया जा सके। इन तीनों खिलाड़ियों ने टी20 से संन्यास लेने की वजह खुद बताई। इन तीनों ने भी कहा कि टी20 वर्ल्ड कप जीतना उनका सपना था।
2024 टी20 विश्व कप में रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन खराब
6 टी20 विश्व कप खेलने का अनुभव होने के बावजूद, जडेजा इस बार टी20 विश्व कप में कामयाब नहीं रहे। अब तक, उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के 8 मैचों में 5 पारियों में 11.66 की औसत और 159.09 की स्ट्राइक रेट से 35 रन बनाए। वहीं उनकी गेंदबाजी भी अच्छी नहीं थी। इस विश्व कप में जडेजा की गेंदबाजी भी खराब रही।
उनकी गेंदबाजी ने 14 ओवर में सिर्फ 1 विकेट लिया। जडेजा ने 6 टी20 वर्ल्ड कप में 30 मैच खेले और बल्ले से 130 रन बनाए। उसने इस दौरान कुल 22 विकेट भी झटके हैं। जडेजा का यह विश्व कप शानदार नहीं रहा।
विराट कोहली ने पीएम मोदी के बधाई संदेश का दिया जवाब, समर्थन के लिए जताया आभार